Gurugram News Network – कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने सहित अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मचारियों ने अब हड़ताल की राह पकड़ ली है। शहर में प्रदर्शन करने के साथ-साथ सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है। शुक्रवार को भी सफाई कर्मचारियों ने शहर में प्रदर्शन करते हुए अपनी मांगों को बुलंद किया है।
कर्मचारी नेता नरेश मलकट, राम सिंह, बसंत सहित अन्य ने बताया कि सफाई कर्मचारियों को ठेकेदारी प्रथा के तहत लगाया गया है। ठेकेदार द्वारा कई कर्मचारियों को नौकरी से बेवजह निकाला गया है। इसके अलावा उन्हें वेतन भी समय पर नहीं मिलता है। सफाई कर्मचारियों के लिए पीने के पानी, शौचालय व अन्य सुविधाओं का अभाव है। इन समस्याओ के समाधान को लेकर उन्होंने सरकार से मांग की थी। सरकार ने उनकी बातों को मान लिया था, लेकिन परिपत्र जारी नहीं किया था।
इसके विरोध में वह नगर निगम कार्यालय के बाहर धरना भी दे रहे हैं, लेकिन सरकार के नुमाइंदों के साथ ही अधिकारी भी उनकी अनदेखी कर रहे हैं। उनकी जायज मांगों को मानने की बजाय अड़ियल रवैया अपनाया जा रहा है। जिससे खफा होकर ही उन्होंने 23 मई से दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल शुरू की थी, लेकिन सरकार ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की जिसके बाद इस हड़ताल को तीन दिन के लिए आगे बढ़ाते हुए शहर में प्रदर्शन किया। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि 28 मई को जींद में होने वाली सर्व कर्मचारी संघ की रैली में सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ते हुए इस हड़ताल को अनिश्चितकाल में तब्दील कर दिया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।